देश में बड़ी संख्या में लोग अपनी बचत को सुरक्षित रखने और बेहतर रिटर्न पाने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करते हैं। लेकिन अब यस बैंक के ग्राहकों को झटका लग सकता है, क्योंकि बैंक ने 3 करोड़ रुपये से कम की FD पर ब्याज दरों में कटौती कर दी है। यह बदलाव बैंक की ब्याज दर नीति में संशोधन के चलते किया गया है। आइए जानते हैं कि नई दरें क्या हैं और यह अन्य बैंकों की तुलना में कैसी हैं।
यस बैंक ने घटाई FD पर ब्याज दरें
यस बैंक, जो अपनी आकर्षक ब्याज दरों के लिए जाना जाता है, ने कुछ अवधि वाली FD योजनाओं पर 0.25% तक की कटौती की है। यह संशोधन भारतीय बाजार में ब्याज दरों में गिरावट के कारण किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में अन्य बैंक भी FD की ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं।
नई ब्याज दरें कितनी हैं?
अगर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी अगली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट में बदलाव करता है, तो अन्य बैंक भी ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं। यस बैंक की नई ब्याज दरें इस प्रकार हैं:
सामान्य नागरिकों के लिए: 3 करोड़ रुपये से कम की FD पर 3.25% से लेकर 7.75% तक ब्याज मिलेगा।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए: ब्याज दरों में कमी की गई है, अब उन्हें 12 से 24 महीने की FD पर 8.25% ब्याज मिलेगा, जो पहले 8.50% था।
24 से 60 महीने तक की FD: अब 7.25% ब्याज मिलेगा, जो पहले 7.50% था।
36 से 60 महीने तक की FD: ब्याज दर अब 8.00% हो गई है।
ब्याज दरों में कमी का प्रभाव
यस बैंक पहले 12 से 24 महीने की FD पर 8% तक का ब्याज दे रहा था, लेकिन अब यह घटकर 7.75% हो गया है। इसका असर आम निवेशकों पर पड़ेगा, क्योंकि इससे उनके रिटर्न में कमी आएगी।
क्या करें निवेशक?
ब्याज दरों में गिरावट के बावजूद, FD अभी भी एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है। यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो ब्याज दरों में संभावित और बदलावों को ध्यान में रखते हुए योजना बनाएं। इसके अलावा, अन्य बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करना भी फायदेमंद हो सकता है।
निष्कर्ष
यस बैंक की ब्याज दरों में कटौती से ग्राहकों को झटका लग सकता है, लेकिन यह बदलाव बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप किया गया है। अगर RBI आगे भी रेपो रेट में कटौती करता है, तो अन्य बैंक भी इसी तरह की कार्रवाई कर सकते हैं। इसलिए, निवेश करने से पहले मौजूदा ब्याज दरों की जांच करें और एक सूझबूझ भरा निर्णय लें।